लखनऊ, सितम्बर 28 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता भगत सिंह की जयंती पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने निजीकरण न होने देने का संकल्प लिया। इस दौरान हुई ऑनलाइन मीटिंग में बिजली कर्मचारियों ने कहा कि वे बिजली को सार्वजनिक क्षेत्र में बनाए रखने के लिए संघर्ष करते रहेंगे। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र में होने की वजह से ही बिजली सभी उपभोक्तओं को कम दाम में मिल रही है। जैसे ही इसका निजीकरण होगा दाम बढ़ जाएंगे, जो कि उपभोक्ताओं के हित में नहीं होगा। नौकरियां जांएगी। सरकार को भी नुकसान होगा।

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