जौनपुर, नवम्बर 29 -- बदलापुर, हिन्दुस्तान संवाद। क्षेत्र के रैभानीपुर गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन शनिवार को अयोध्या से आएक था वाचक मनीष शरण महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि प्रभु सदैव भक्तों के कल्याण और धर्म की रक्षा के लिए मानव रूप में अवतार लेते हैं। दुष्टों के विनाश और सत्पथ के स्थापना के लिए भगवान विभिन्न रूपों में प्रकट होते हैं। उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर पाप का भार बढ़ता है और असुर गौ, ब्राह्मण, धेनु व पृथ्वी को प्रताड़ित करते हैं, तब भगवान अवतार धारण करते हैं। रावण के विनाश के लिए राम, कंस के अंत के लिए कृष्ण और हिरण्याकश्यप के अत्याचार से मुक्ति दिलाने के लिए भगवान ने नरसिंह अवतार लिया। कथा के दौरान जैसे ही श्रीकृष्ण जन्म प्रसंग आया, जय कन्हैया लाल की के जयकारों से पंडाल गूंज उठा। सोहर तथा बधाई गीत...