साहिबगंज, मार्च 31 -- बरहड़वा। 101 बीघा क्षेत्र में फैले यहां का मां बिन्दुवासनी मंदिर भक्तों के बीच आस्था का प्रमुख केंद्र है। मंदिर काफी प्राचीन है। हालांकि 1960 में जब पहाड़ी बाबा मंदिर यहां आए , तब से मंदिर को काफी प्रसिद्धि मिली। यहां चैत्र नवरात्र के मौके पर पांच दिवसीय महायज्ञ होता है । मौके पर मंदिर परिसर में मेला का भी आयोजन किया जाता है। दरअसल,बिंदुवासनी मंदिर ( त्रिदेवी का मंदिर ) देवी सती की कहानी से संबंधित है । पौराणिक कथा के अनुसार इस पहाड़ पर मां सती का बिंदी गिरा था। जब भगवान शिव मां सती के शव को लेकर क्रोधित होकर तांडव नित्य कर रहे थे। उसी समय सती का बिंदी इस पहाड़ पर गिर गया था। तब से यह पहाड़ शक्ति पीठ के नाम पर प्रसिद्ध हो गया। जिन शीलाओं पर रक्त गिरा था , उन तीनों शीलाओ की पूजा होती आ रही है। इस पहाड़ की एक और पौराणिक कथा ...