मेरठ, मार्च 4 -- मेरठ। संवाददाता बाबा श्री औघड़नाथ मंदिर के श्री हरि सत्संग भवन में मंदिर के वार्षिकोत्सव और होली उत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा में सोमवार को कथावाचक ने कहा कि भगवान अपने भक्तों की रक्षा के लिए कोई भी अवतार ग्रहण कर सकते हैं। मंदिर समिति पदाधिकारी और सदस्यों ने कथावाचक का स्वागत किया। साथ ही भागवत पूजन कर माल्यार्पण किया। कथावाचक ब्रह्मरात हरितोष एकलव्य महाराज ने सात श्लोकी भागवत का वर्णन किया। कथावाचक ने कहा कि किसी ने भी मानव तन को प्राप्त कर भगवान की पावन कथा को श्रवण नहीं किया उसकी समस्त इंद्रिया व्यर्थ हैं। उसने मानव तन, पशु तुल्य ही व्यर्थ गंवाया है। मंगलाचरण की महिमा बताते हुए कहा जो वक्ता या जो ग्रंथकार तीन स्थानों पर मंगलाचरण करता है प्रारंभ, मध्य और विराम उसका ग्रंथ उसके श्रोता और उसका स्वयं का क...