बहराइच, जुलाई 6 -- रिसिया। भक्त और भगवान का अटूट संबंध होता है। भक्तों की एक ही पुकार पर प्रभु दौड़े चले आते हैं। यह उदगार श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन कथा वाचक पंडित रविशंकर गुरु भाई ने रिसिया के पंचवटी श्री सीता राम आश्रम राजा ध्रुव की कथा सुनाते हुए कही। उन्होंने कहा कि ध्रुव जी ने पांच वर्ष की अवस्था में भगवान को प्राप्त कर लिया था। मनुष्य सच्चे मन से कभी भी भक्ति को प्राप्त कर सकता है। इसी प्रकार भक्त प्रह्लाद अपनी तपस्या के बल भगवान को प्राप्त कर लिया। गजराज के प्राण संकट में आए तब उन्होंने भगवान को पुकारा। भगवान उनकी रक्षा करने के लिए दौड़ पड़े। इस दौरान हे गोबिंद गोपाल अब तो जीवन हारे हम है आपके सहारे भजन सुनकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए। इस अवसर पर अशोक शुक्ल, इंद्र बहादुर सिंह, प्रेम गोयल, सुदीश अग्रवाल, राजेश गोयल, रोहित नागलिया, रव...