मुरादाबाद, अक्टूबर 16 -- ग्वारखेड़ा में चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस पर गुरुवार को भक्ति, प्रेम और दिव्यता का अद्भुत समागम देखने को मिला। कथा व्यास प्रीति शास्त्री ने मधुर वचनों और रसपूर्ण वर्णन से सम्पूर्ण कथा पंडाल को भक्ति सागर में डुबो दिया। श्रीमद् भागवत कथा में श्रीकृष्ण-रुक्मिणी विवाह प्रसंग का अत्यंत मनमोहक वर्णन किया गया। कथा विकास ने विवाह प्रसंग को इस प्रकार प्रस्तुत किया कि मानो स्वयं द्वारका नगरी में श्रीकृष्ण बारात लेकर जा रहे हों। भक्ति संगीत और मंगल ध्वनियों के बीच जब कथा व्यास ने श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के मिलन का दृश्य प्रस्तुत किया, तो उपस्थित श्रद्धालु भाव-विभोर हो उठा। सुदामा चरित्र का वर्णन हुआ, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा जी की अद्भुत मित्रता का चित्रण सुनकर भक्तों की आंखें नम हो गईं। कथा के म...