रांची, सितम्बर 18 -- रांची, वरीय संवाददाता। केंद्रीय विश्वविद्यालय, झारखंड (सीयूजे) में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय कर्मयोगी वृहद जन सेवा प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन बुधवार को हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिक केंद्रित शासन, सेवा उत्कृष्टता और पेशेवर नैतिकता के मूल्यों के साथ अपने कार्यबल को सशक्त बनाना था। कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने कहा कि भक्ति योग, ज्ञान योग और कर्म योग के समन्वय से ही हम कर्मयोगी बन सकते हैं। इससे हम सही मायने में विकसित भारत बनेंगे। कुलसचिव के कोसल राव ने कहा कि सरकारी काम को रूल के साथ रोल बेस्ड कार्य की तरह उन्मुख होना है ताकि देश का विकास सही दिशा में हो। मास्टर ट्रेनर अब्दुल हलीम ने बताया कि भारत सरकार के इस कार्यक्रम के तहत देश भर के 15000 मास्टर ट्रेनरों को 7 लाख सरकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लि...