किशनगंज, मई 9 -- किशनगंज, एक प्रतिनिधि। गर्म हवाओं और रुक-रुक कर हो रही बारिश के बीच चिकन पॉक्स का खतरा चुपचाप अपने पैर पसार रहा है। ये कोई नई बीमारी नहीं, लेकिन इसकी अनदेखी आज भी आम है, और यही लापरवाही इसे खतरनाक बना देती है। शरीर पर दिखने वाले दाने और खुजली से शुरू होकर यह संक्रमण बुखार, कमजोरी और यहां तक कि शारीरिक जटिलताओं में भी बदल सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिए यह मौसम विशेष रूप से संवेदनशील है। अक्सर हल्की बीमारी समझ कर इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन यही लापरवाही पूरे परिवार के लिए बड़ी मुश्किल खड़ी कर सकती है। सिविल सर्जन डॉ राज कुमार चौधरी ने बताया कि गर्मी की तपिश और बारिश की नमी ने मिलकर वातावरण में उमस भर दी है। यही उमस अब संक्रामक रोगों की पनाहगाह बनती जा रही है। इन्हीं में एक है चिकन पॉक्स,चिकन पॉक्...
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