दिल्ली, मार्च 20 -- 2045 तक भारत में 12.4 करोड़ शुगर के मरीज होने का अनुमान है.ऐसे में डायबिटीज का पूर्वानुमान लगाने के लिहाज से एनआईटी राउरकेला के रिसर्चरों के एआई पर आधारित नए शोध से उम्मीदें जगी हैं.आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के द्वारा जीवन के पहलुओं को बेहतर बनाने के लिए हर रोज नए शोध किए जा रहे हैं.इस क्रम में मधुमेह रोगियों के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) राउरकेला में भी एक शोध किया गया है.इस शोध में एआई की मदद से मधुमेह के स्तर का पूर्वानुमान लगाने की कोशिश की जा रही है, जिसमें शोधार्थियों को प्रारंभिक सफलता भी मिली है.अकसर एक बार डायबिटीज का पता चल जाने पर किसी इंसान को जिंदगी भर दवाइयों पर निर्भर रहना पड़ता है.हालांकि इसके लिए जीवनशैली में बदलाव समेत कई अन्य उपायों से ठीक करने के दावे किए जाते रहे हैं, फिर भ...
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