लातेहार, सितम्बर 23 -- बेतला, प्रतिनिधि। क्षेत्र की केचकी रेलवे स्टेशन दुर्गापूजा समिति सबसे पुरानी है।स्टेशन के आसपास के बुजुर्ग फौजदार सिंह,हजारी सिंह,कुलेश्वर सिंह, विजयमल सिंह,अर्जुन मिस्त्री,पति यादव,जगदीश सिंह आदि ने बताया कि सबसे पहले वर्ष 1938 (ब्रिटिश हुकूमत काल) में बंगाल के रामा शेखर राय उर्फ रामा बाबू नामक एक बांस कारोबारी ने खपरैल मकान में स्वदेशी बाजा-गाजा के साथ सादगीपूर्ण तरीके से दुर्गापूजा की शुरुआत की थी। उब समय दुर्गापूजा में आज की तरह कोई तामझाम,लाउडस्पीकर, भव्य पूजा -पंडाल,डीजे की शोर- शराबे,रौशनी का चकाचौंध आदि जैसा कोई दिखावा नहीं था।बिल्कुल ही सादगीपूर्ण तरीके से देशी बाजे ढोल-नगाड़े और मिट्टी तेल आधारित मेंटल वाले लाईट की रौशनाई में शारदीय नवरात्र सह दुर्गापूजा महोत्सव संपन्न होता था।केचकी समेत आसपास के कंचनपुर,क...