बुलंदशहर, सितम्बर 28 -- पहासू में चल रही रामलीला में रविवार को श्रीराम और सुग्रीव मित्रता ने सभी में श्रीराम भक्ति का संचार किया। हनुमान और श्रीराम मिलन का दृश्य सभी को भावुक करने वाला रहा। ब्राह्मण रूप में हनुमान प्रभु के चरणों में गिरे तो मंच पर जय श्रीराम के उद्घोष गूंज उठा। हनुमान ने कहा कि नाथ को सेवक तो भूल सकता है पर स्वामी कभी सेवक को न भूले। तब श्रीराम का उत्तर था- हे कपि तुम मुझे लक्ष्मण से भी प्रिय हो। श्रीराम और सुग्रीव मित्रता का दृश्य भी हृदयस्पर्शी रहा। श्रीराम ने कहा कि हे वानर राज अब हम और तुम सदा मित्र रहेंगे। सुग्रीव ने कहा कि नाथ आपने मुझे आश्रय दिया। अब मैं तो आपका दास हूं। इस बीच हर ओर जय श्रीराम के नारी गूंजे। इस मौके पर देवेंद्र माहौर,सुरेंद्र तौमर नवीन अरोड़ा,अमित सक्सेना, विवेक शर्मा,संजय कौशिक आदि का सहयोग रहा। ...