बगहा, मार्च 24 -- बेतिया शहर में धुनिया का काम करने वाले दर्जनों दुकानों में काम करने वाले सैकड़ों धुनिया (रुई धुनने वाले) कई समस्याओं से घिरे हुए हैं। रुई धुनने के कारण उससे निकलने वाले डस्ट से वे अक्सर बीमार हो जाते हैं लेकिन इनके इलाज व जांच की विशेष सुविधा उपलब्ध नहीं है। मोहम्मद जलालुद्दीन, मो. मुस्लिम, मो. रेयाज, मुन्ना हुसैन आदि ने बताया कि इस समाज के अधिकतर परिवारों की आर्थिक स्थिति कमजोर है। अधिकांश लोग अपने बच्चों की पढ़ाई ठीक से नहीं करा पा रहे हैं। शिक्षा के अभाव में इस समाज के बच्चे पीढ़ी दर पीढ़ी अपने पुश्तैनी व्यवसाय करने को मजबूर हैं। तोशक, गद्दा, तकिया आदि बनाने के लिए पहले रुई की धुनाई की जाती है लेकिन अब शहर में स्टेडियम व ऑडिटोरियम बन जाने के कारण इनको रुई की धुनाई करने के लिए खुली जगह की कमी हो गयी है। खुली जगह नहीं मिलने...