मुजफ्फरपुर, जुलाई 18 -- मुजफ्फरपुर। आम भी जिले के किसानों की आर्थिक समृद्धि का आधार बन सकता है, लेकिन इसे खास बनाने की प्रशासनिक कवायद कभी हुई ही नहीं। इससे किसानों में निराशा है। इनका कहना है कि यहां के मालदह और शुकुल आम का स्वाद अलग है। ये मुजफ्फरपुर की पहचान से जुड़ सकते हैं, लेकिन आम महोत्सवों में कभी इनकी ब्रांडिंग नहीं की गई। महानगरों में यहां से आम तो भेजे जाते हैं, लेकिन प्रचार-प्रसार के अभाव में मांग नहीं बढ़ पाई। यही कारण है किसानों को आम का वाजिब दाम नहीं मिल पा रहा है। मौसम की चुनौतियों से जूझते हुए आम उत्पादन को शहर की अर्थव्यवस्था से जोड़ने में जुटे किसानों को प्रशासन से सार्थक पहल की दरकार है। मुजफ्फरपुर में उत्पादित होने वाले मालदह और शुकुल आम को महानगरों में पहचान मिले तो इसकी मांग बढ़ सकती है। जिले में 18 हजार हेक्टेयर म...