वाराणसी, जुलाई 1 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। बीएचयू के बाल रोग विभाग के प्रो. सुनील राव ने कहा कि ब्रोंकोस्कोपी का उपयोग संक्रमण, सूजन, ट्यूमर या फेफड़ों के कैंसर के निदान के लिए किया जाता है। ब्रोंक्सोकोपी से पहले बच्चे का रिस्क एनालिसिस जरूरी है। जरूरत पर ही जांच करें। बीएचयू के केएन उडुप्पा सभागार में ब्रोंकोस्कोपी पर कार्यशाला हुई। प्रो. सुनील ने लाइव डेमोंस्ट्रेशन, सिमुलेशन, और वीडियो प्रजेंटेशन के माध्यम जानकारी देते हुए बताया कि ब्रोंकोस्कोपी में बच्चे की नाक से सांस की नली एवं फेफड़ों तक दूरबीन विधि से देखते हैं। कार्यशाला का उद्घाटन आईएमएस के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने किया। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य रेजीडेंट डॉक्टरों को फेफड़ों की जांच के लिए ब्रोंकोस्कोपी तकनीक में प्रशिक्षित करना है। डॉ. रश्मि कपूर ने कहा कि बच्चों मे...