नई दिल्ली, जून 20 -- ब्रह्म मुहुर्त में उठने का मतलब केवल धर्म या पूजा-पाठ से नहीं है। अगर आप सुबह 4 से 6 बजे के बीच उठ जाते हैं तो आपकी जिंदगी बदल देता है। ये वक्त ना केवल मेंटली बल्कि फिजिकली भी आपको बदल सकता है। ये समय पूरी तरह से क्रिएटिव टाइम होता है जब आप अपने आप और विचारों पर फोकस कर सकते हैं। सबसे पहले तो ये जानना जरूरी है कि ब्रह्म मुहुर्त किसे कहते हैं और इस समय पर उठने के कौन-कौन से फायदे हैं।ब्रह्म मुहुर्त किसे कहते हैं ब्रह्म मुहुर्त का समय सुबह होने से पहले होता है। लगभग सनराइज से एक घंटा 30 मिनट पहले के समय को ब्रह्म मुहुर्त बोला जाता है। लेकिन ये समय सीजन के अनुसार बदलता रहता है। इस समय उठने पर ना केवल योग की प्रैक्टिस करना बल्कि मेडिटेशन और साधना करना भी आसान होता है।सद्गुरु ने बताया ब्रह्म मुहुर्त में उठने के फायदे ईशा फ...