जमशेदपुर, मार्च 5 -- सिदगोड़ा बालाजी मंदिर में चल रहे 28वें ब्रह्मोत्सव के दूसरे दिन की शुरुआत सुबह 8 बजे लक्ष्मी-गणपति होम से हुई। पुरोहितों ने विधि-विधान से मंत्र उच्चारण कर पूजा संपन्न कराई। मंदिर के सदस्यों ने शाम 3 बजे से भगवान बालाजी के मूल मंत्र का जाप किया। इसके बाद श्री वरही पूजा की गई। सभापति कमला शर्मा और आर यस एन राजू और बालाजी समिति के सदस्य इसमें शामिल हुए। मौके पर कमला शर्मा ने कहा कि वरही भगवान विष्णु के 10 अवतारों में से तीसरा अवतार है। इस पूजा से धन, स्वास्थ्य और सुख-शांति मिलती है। मन के विकार दूर होते हैं। आत्मविश्वास बढ़ता है और बुराइयों से मुक्ति मिलती है। वहरी पूजा से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। पूजा को सफल बनाने में डी रामु, पदमा, भानु, सोनी, रामादेवी, साधना, लक्ष्मी, उमा, प्रमिला, पार्वती, उमा, नूतन, ...