हरिद्वार, सितम्बर 17 -- अखाड़ा परिषद तथा रामानंद इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी एंड मैनेजमेंट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा ब्रह्मांड के वास्तुकार हैं। वे निर्माण, वास्तुकला, शिल्पकला, यांत्रिकी और तकनीकी कौशल के देवता माने जाते हैं। संस्थान में बुधवार को भगवान विश्वकर्मा जयंती कार्यक्रम की शुरुआत भगवान विश्वकर्मा की प्रतिमा और संस्थान में प्रयोगात्मक शिक्षा के लिए प्रयुक्त मशीनों की पूजा से हुई। इस मौके पर संस्थान के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्र पुरी ने कहा कि तकनीकी क्षेत्र में कार्यरत सभी लोगों के वे आराध्य देव हैं।

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