नई दिल्ली, जुलाई 5 -- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में चीनी अध्ययन के प्रोफेसर और सेंटर फॉर ईस्ट एशियन स्टडीज के अध्यक्ष श्रीकांत कोंडापल्ली ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन की सैन्य क्षमताओं की भी परीक्षा हुई और इसने चीनी मिलिट्री तकनीक की सीमाओं को उजागर कर दिया। कोंडापल्ली ने यह टिप्पणी डिप्टी आर्मी चीफ के उस बयान के जवाब में दी, जिसमें कहा गया था कि चीन ने भारतीय एसेट्स पर लाइव डेटा साझा किया और तुर्की ने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए। एक्सपर्ट ने कहा, 'ऑपरेशन सिंदूर में चीन को भी नुकसान उठाना पड़ा, क्योंकि 9 और 10 मई को चीनी मिसाइल सिस्टम, ड्रोन और अन्य हथियार ब्रह्मोस हमलों के खिलाफ काम नहीं कर सके। यह दर्शाता है कि उनके हथियारों में कुछ खमियां हैं।' यह भी पढ़ें- ऑपरेशन सि...