नई दिल्ली, जून 23 -- नई दिल्ली, मदन जैड़ा। कई क्षेत्रों में सफल साबित हो रही कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) तकनीकें अब सेहत का भविष्य बताने की ओर अग्रसर हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने एक अध्ययन में पाया कि एआई मशीन लर्निग तकनीक से उच्च रक्तचाप की आशंका का 87 फीसदी तक सटीक पूर्व आकलन संभव है। यह अध्ययन हाल में आईसीएमआर के जर्नल में प्रकाशित हुआ है। दरअसल, आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर डिब्रूगढ़ ने आसपास के क्षेत्र की आबादी में यह अध्ययन किया है। केंद्र के वैज्ञानिक प्रशांत कुमार के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक टीम ने मशीन लर्निग मॉडलों का इस्तेमाल करते हुए 14,701 स्वस्थ लोगों पर यह अध्ययन किया। अध्ययन के वक्त इनका रक्चचाप सामान्य था। अध्ययन के लिए इन लोगों की जीवनशैली, बीएमआई, कमर के आकार, पेट की चर्बी समेत कुल 19 पैरा...