नई दिल्ली, मई 14 -- नई दिल्ली, मदन जैड़ा। आपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान की तरफ से बड़े पैमाने पर चीन निर्मित और चीनी तकनीक पर पाकिस्तान में निर्मित ड्रोन भारत की सीमा में घुसाए गए थे। ये ड्रोन हालांकि हथियारबंद नहीं थे लेकिन इन्हें जासूसी और वायु सुरक्षा प्रणाली को परखने के लिए भेजा गया था, जो बेअसर साबित हुए हैं। रक्षा सूत्रों के अनुसार मार गिराए गए ड्रोन के मलबे की जांच के बाद यह नतीजा निकला है। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से तुर्कीये निर्मित हथियारबंद असीसगार्ड सोंगर ड्रोन तथा यीहा लोइटरिंग म्यूनिशन (एक प्रकार का ड्रोन) का इस्तेमाल हमले के लिए किया गया। आकलन है कि ऐसे 120 से अधिक ड्रोन भारत की तरफ भेजे गए जिनमें से अधिकांश को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। इसी तरह सर्विलांस के लिए चीन और पाकिस्तान निर्मित ड्रोन का इस्तेमाल किया...