नई दिल्ली, जुलाई 15 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। केंद्र सरकार में भाजपा की सहयोगी पार्टी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर सवाल उठाकर नया राजनीतिक पेंच खड़ा कर दिया है। टीडीपी ने सवाल उठाया है कि एसआईआर की प्रक्रिया का दायरा स्पष्ट क्यों नहीं है और इसे नागरिकता से क्यों जोड़ा जा रहा है। हालांकि, टीडीपी ने यह दांव स्थानीय राजनीति और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए चला है, लेकिन इसका सीधा असर केंद्र की राजनीति पर पड़ सकता है। संसद सत्र से पहले प्रमुख सहयोगी दल की इस राय से भाजपा पर दबाव बढ़ सकता है। अब भाजपा को अपना रुख अधिक स्पष्ट करना होगा और सहयोगी दलों को विश्वास में लेने की कोशिश करनी पड़ सकती है। बिहार में एसआईआर प्रक्रिया को लेकर पहले से ही विवाद चल रहा है। विपक्षी दलों ने इसे नागरिकता जांच जैसा क...