नई दिल्ली, जून 12 -- समुद्री कछुओं को बचाने के लिए केंद्रीय मत्स्य प्रौद्योगिकी संस्थान (सीआईएफटी) द्वारा विकसित तकनीक कछुआ बहिष्कार डिवाइस (टेड) के इस्तेमाल को बढ़ाया जाएगा। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में पेश एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया किया है। इसके अलावा कछुओं के प्रजनन के मौसम के दौरान मछुआरों को प्रतिबंधित किया जाएगा। एनजीटी के न्यायिक सदस्य जस्टिस पुष्पा सत्यनारायण और विशेषज्ञ सदस्य डॉ. सत्यगोपाल कोरलापति की पीठ के समक्ष केंद्रीय वन एवं पर्यावरण और जलवायु परिर्वतन मंत्रालय व सरकार ने संयुक्त रिपोर्ट में समुद्री कछुओं को बचाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि समुद्र में कछुओं को कम होने से बचाने के लिए केंद्रीय मत्स्य प्रौद्योगिकी संस्थान (स...