नई दिल्ली, मई 20 -- नई दिल्ली, मदन जैड़ा। आपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद कई स्तरों पर रक्षा तैयारियों को दुरुस्त किया जा रहा। इसी कड़ी में सीमाओं की उपग्रह से निगरानी को लेकर भी उपाय तेज किए जा रहे हैं। अगले पांच सालों के भीतर थल सेना को चीन और पाकिस्तान की सीमाओं की निगरानी के लिए 38 उपग्रह प्रदान किए जाएंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) सेना की मदद से इस कार्यक्रम को अंतिम रुप दे रहा। सरकारी सूत्रों ने बताया कि आपरेशन सिंदूर के दौरान इसरो के 10 उपग्रहों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इनका उपयोग आतंकी शिविरों पर सटीक हमला करने, दुश्मन की सैन्य गतिविधि पर नजर रखने, राडारों की निगरानी, भारतीय सेनाओं के बीच संचार तथा थल और समुद्री सीमाओं की चौबीस घंटे निगरानी के लिए किया गया था। इसरो सूत्रों के अनुसार कार्टोसैट श्रंखला के उपग्रहों स...