नई दिल्ली, मई 4 -- नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी दो साल बाकी हैं, पर राजनीतिक दलों ने चुनाव के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) अपना जनाधार बढ़ाने की तैयारी कर रही है, ताकि जातीय समीकरणों के जरिए आगामी चुनाव में जीत की दहलीज तक पहुंचा जा सके। लोकसभा चुनाव में मिले पीडीए ( पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) के समर्थन को और मजबूत करने के लिए सपा पूरे प्रदेश में साइकिल यात्रा के जरिए जनसंपर्क अभियान शुरू कर रही है। वहीं, पार्टी की नजर सवर्ण मतदाताओं पर भी है। समाजवादी पार्टी ने लोकसभा में कांग्रेस के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में संविधान एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा और गठबंधन पिछड़े और अल्पसंख्यक मतदाताओं के साथ दलित वोट हासिल करने में सफल रहा। सपा के...