नई दिल्ली, फरवरी 14 -- रियल एस्टेट सेक्टर में आई तेजी के बीच सबसे कमजोर कड़ी है अफोर्डेबल हाउस यानी किफायती आवास। पिछले सप्ताह भारतीय रिजर्व बैंक ने पांच साल बाद ब्याज दरों में कटौती की है। हालांकि, विशेषज्ञ इस सेक्टर में मांग बढ़ाने के लिए ब्याज दरों में कटौती का एक और दौर जरूरी बता रहे हैं।कटौती से घर खरीदारों को फायदा होम लोन लेने वालों की ईएमआई में कमी देखने को उम्मीद जगी है। हालांकि, इस कटौती का पूरा लाभ अगले तीन से छह महीनों में पूरी तरह से दिखाई दे सकता है। इसके साथ ही महंगी संपत्तियों और ऊंची ब्याज दरों के कारण घर खरीदने से झिझक रहे लोग इस दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। बढ़ती संपत्ति की कीमतों और ऊंची महंगाई दर के कारण हो सकता है बैंक पूरी कटौती का लाभ ग्राहक को न दें। यह भी पढ़ें- क्या घर खरीदने का आ गया सही समय, 6 बैंकों ने घटा दीं...