वाराणसी, दिसम्बर 28 -- सारनाथ। केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान, सारनाथ में चल रहे पालि एवं संस्कृत अन्तर्राष्ट्रीय भिक्खु आदान-प्रदान कार्यक्रम के दूसरे दिन चतुर्थ तकनीकी सत्र में श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड एवं लाओस से पधारे 56 भिक्षु प्रतिभागियों के समक्ष संस्थान के विद्यार्थियों द्वारा तिब्बती परम्परा के अनुसार अभिधर्म पर शास्त्रार्थ का प्रदर्शन किया गया। इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम का संयुक्त आयोजन परम पावन दलाई लामा के साउथईस्ट एशिया ऑफिस, तिब्बती बौद्ध केंद्र, सिंगापुर और केन्द्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान द्वारा संयुक्त रूप से पालि और संस्कृत बौद्ध परंपराओं के बीच संवाद और सद्भाव को मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। कार्यक्रम के समन्वयक भिक्षु निमा नेगी ने बताया कि विद्या-अध्ययन की भारतीय परम्परा में शास्त्रार्थ का विश...