हापुड़, अगस्त 9 -- इंद्रप्रस्थ शैक्षिक संस्थान हापुड़ में उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान द्वारा बुद्ध की वाणी जीवन दर्शन शीर्षक पर आधारित पांच दिवसीय कार्यशाला शुक्रवार को संपन्न हो गई। असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.मुकेश मेहता ने कहा कि इस दर्शन का मुख्य उद्देश्य दुखों से मुक्ति पाना है और संसार में कोई भी वस्तु स्वतंत्र नहीं है सब आपस में निर्भर है। संस्थान के पदाधिकारी डॉ विकास अग्रवाल ने कहा कि आज भी बौद्ध दर्शन ध्यान और मानसिक शांति के लिए विश्वभर में प्रासंगिक है। प्रबंधन पदाधिकारी डॉ विपिन गुप्ता ने कहा कि भगवान बुद्ध द्वारा कहे उपदेश सत्य, करुणा, शांति और आत्मज्ञान की प्रेरणा देते हैं। बौद्ध दर्शन एक व्यावहारिक जीवन दर्शन है। दीपक बाबू ने कहा कि यह दर्शन जीवन दुख आत्मा पुनर्जन्म और मोक्ष जैसे गंभीर ...