भागलपुर, सितम्बर 16 -- प्रस्तुति : मुकेश कुमार श्रीवास्तव पूर्णिया जिले के 246 पैक्स को किसानों की रीढ़ की हड्डी माना जाता है। यदि ये पैक्स सही तरीके से कार्य करें तो जिले की अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार संभव है। किसानों का कहना है कि खाद-बीज की समय पर आपूर्ति, सीसी सीमा को ब्याज मुक्त करने, ट्रांसपोर्टिंग चार्ज की समस्या सुलझाने और विभागीय कार्रवाई में पारदर्शिता लाना बेहद जरूरी है। उनका मानना है कि यदि सरकार समय रहते ठोस कदम उठाती है तो निश्चित रूप से किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और उत्पादन क्षमता भी बढ़ेगी। यह अवसर सरकार के लिए किसानों का विश्वास जीतने और कृषि को लाभकारी व्यवसाय के रूप में स्थापित करने का भी सुनहरा मौका है। पूर्णिया लंबे समय से कृषि प्रधान जिला माना जाता है। यहां अधिकांश आबादी खेती पर निर्भर है और किसानों की...
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