हल्द्वानी, जुलाई 1 -- हल्द्वानी में गोरक्षकों को गोसेवा करते समय कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई साल से घायल, बीमार और निराश्रित पशुओं की सेवा में लगे ये गोसेवक और उनकी बनाई समितियां अपने सीमित संसाधनों और कार्यकर्ताओं के दम पर गोवंश व अन्य बेसहारा पशुओं को चिकित्सा, चारा, औषधि और आश्रय प्रदान कर रहे हैं। वर्तमान में शहर में नौ गोशालाएं और लगभग 20-25 गोसेवक सक्रिय हैं। बोले हल्द्वानी की टीम जब गो-सेवकों के बीच पहुंचे तो उन्होंने कई मुद्दे उठाते हुए उनके समाधान की मांग की। हल्द्वानी में गोसेवकों द्वारा संचालित पशु चिकित्सा और आश्रय केंद्र गंभीर समस्याओं से जूझ रहे हैं। इसका सीधा खामियाजा बेसहारा, घायल और बीमार पशुओं को भुगतना पड़ रहा है। सबसे बड़ी चुनौती पशुओं को समय पर उपचार न मिल पाना है। गोसेवकों का कहना है कि घायल और बीम...