हल्द्वानी, मार्च 4 -- हल्द्वानी। पशुओं के दाम बढ़ने और दूध की उचित कीमत नहीं मिलने से गौलापार लक्षमपुर गांव में दुग्ध उत्पादन करने वाले किसान परेशान हैं। किसानों के अनुसार उन्हें उनकी लागत और मेहनत का चौथाई भाग भी दुग्ध उत्पादन में नहीं मिल पा रहा है। इससे दुग्ध उत्पादकों की संख्या हर साल कम होती जा रही है। दुग्ध उत्पादक किसानों के अनुसार उनका पूरा परिवार दिन-रात पशुओं के लिए चारा और उनकी देखभाल में बिताता है। इसके बाद भी उन्हें लागत जितना उत्पादन और मेहनताना नहीं मिल पाता है। पशुओं के लिए उगाए गए चारे को लावारिस जानवर रात में बर्बाद कर देते हैं। ऐसे में बाहर से चारा खरीदने को मजबूर होना पड़ता है। किसानों का कहना है कि दूध के दाम नहीं बढ़े तो आने वाले चार साल में गांवों में दुग्ध उत्पादन ही बंद हो जाएगा। किसान पशुपालन छोड़कर दूसरे काम करन...