हल्द्वानी, जून 18 -- हल्द्वानी। डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल के बाहर संचालित जनऔषधि केंद्र के खुलने का समय सीमित होने से लोगों को कई बार जरूरत पर सस्ती दवाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। मरीजों को सस्ती और जेनेरिक दवा लेने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है। अस्पताल में सामान्य तौर हर दिन लगभग 1200 की ओपीडी और 250 की आईपीडी होती है। इसके अलावा आपातकाल में दुर्घटनाग्रस्त और अचानक तबीयत बिगड़ने के औसतन 45 से 60 मरीज पहुंचते हैं। जन औषधि केंद्र संचालकों के अनुसार केंद्र में 300 से अधिक प्रकार की दवाइयां उपलब्ध हैं, वहीं लोगों का कहना है कि दवाएं पर्याप्त नहीं मिल पा रही हैं। डॉक्टर की ओर से लिखी गई दवाएं केंद्र बंद होने या केंद्र में नहीं मिलने से मरीजों और उनके तीमारदारों को मजबूरन महंगी दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ती हैं। दवा खरीदने के केंद्र पर दो क...