हरिद्वार, जुलाई 15 -- सिद्धपीठ दक्षिण काली मंदिर में बंदरों का आतंक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। प्रत्येक दिन बंदर किसी ने किसी श्रद्धालु पर झपट्टा मार देते हैं। यहां बंदरों की संख्या भी 50 से ज्यादा है। सिद्धपीठ में प्रत्येक शनिवार और नवरात्रों में लगातार भंडारे होते हैं। बाहरी राज्यों से भी यहां श्रद्धालुओं का आवागमन रहता है। यहां पर प्रतिदिन पांच हजार से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर के दर्शन करने पहुंचते हैं। मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु मां चंडी देवी मंदिर दर्शन को जाता है वह दक्षिणी काली मंदिर जरूर रुकता है। बंदरों की समस्या को लेकर जिला प्रशासन और वन विभाग कोई ठोस रणनीति नहीं बना रहा है जिस कारण सिद्ध पीठ दक्षिण काली मंदिर पर बंदरों का आतंक काम नहीं हो रहा है इस समस्या को लेकर हिंदुस्तान ने श्रद्धालु और स्थानीय लोगों से वार्ता कर बंदरों ...