हरिद्वार, मार्च 21 -- धर्मनगरी हरिद्वार की पहचान में शुमार हरकी पैड़ी के पास स्थित ऐतिहासिक भीमगोड़ा कुंड आज उपेक्षा और गंदगी का शिकार हो चुका है। एक समय यह कुंड अपने पौराणिक महत्व और धार्मिक आस्थाओं के कारण श्रद्धालुओं का प्रमुख स्थल हुआ करता था, लेकिन अब यह कुंड और उसके साथ स्थित मंदिर उपेक्षा के कारण अपनी पहचान खो चुके हैं। हरिद्वार आने वाले लाखों श्रद्धालु केवल हरकी पैड़ी तक सिमट कर रह जाते हैं, जबकि भीमगोड़ा कुंड जैसे ऐतिहासिक स्थल उपेक्षित रह जाते हैं। प्रस्तुत है प्रवीण कुमार पेगवाल की रिपोर्ट... हरिद्वार नगर निगम के अस्तित्व में आने के बाद भी इस पौराणिक भीमगोड़ा कुंड की सुध लेने के कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए हैं। इस ऐतिहासिक कुंड का दर्जा अब नगर निगम के नाम पर है, लेकिन इसके संरक्षण और रखरखाव के मामले में लगातार लापरवाही बरती जा रही ...
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