हरिद्वार, जुलाई 16 -- हरिद्वार के कनखल क्षेत्र को भगवान शिव की ससुराल कहा जाता है। कनखल क्षेत्र में ही स्थित प्रसिद्ध तीर्थ स्थल सती कुंड। यह तीर्थ स्थल पौराणिक और ऐतिहासिक महत्व रखता है। क्योंकि भगवान शिव की अर्धांगिनी माता सती ने इसी कुंड में अपने प्राण त्यागे थे। लेकिन दुर्भाग्यवश सावन जैसे पवित्र महीने और कांवड़ यात्रा जैसे विराट आयोजन के बीच यह स्थल उपेक्षा झेल रहा है। एक ओर शासन और प्रशासन ने कांवड़ मेले के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए हैं वहीं दूसरी ओर माता सती से जुड़ा यह स्थल टूटी-फूटी टाइलों, जलभराव, घास और झाड़ियों के साथ अंधेरे जैसी अव्यवस्था की मार झेल रहा है। सती कुंड के चारों ओर फैली झाड़ियां, खराब पड़ी हाई मास्क लाइटें, खुले पड़े नालों के स्लैब और खुले बिजली के तार न केवल अव्यवस्था को दर्शाते हैं, बल्कि श्रद्धालुओं और स्थानी...