हरदोई, फरवरी 18 -- हरदोई। कड़ाके की सर्दी हो या कोहरा, भीषण गर्मी हो या बरसात, यात्रियों को उनकेे गंतव्य तक सुरक्षित पहंचाते हैं। लोगों का सफर सुगम बनाने वाले यही रोडवेज चालक, परिचालक और संविदाकर्मी खुद नौकरी के सफर में संघर्ष कर रहे हैं। एक-दो नहीं, बल्कि कई समस्याओं से परेशान हैं। डग्गामार स्लीपर बसों की दबंगई, 25 सवारी होने पर बस चलाने की बाध्यता, लोड फैक्टर कम होने पर पैसे कटना जैसी कई समस्याएं जो चालक-परिचालकों के लिए किसी आफत से कम नहीं हैं। खतरे के बीच कंडम रोडवेज बसें चलाना इनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं। चालकों का आरोप है कि शिकायत के बाद भी बस की मरम्मत नहीं कराई जाती है। वर्कशॉप में बसों की मरम्मत के लिए उपकरण नहीं मिल पाते हैं। स्टाफ की कमी है। बसें खराब होने पर खड़ी हो जाती हैं। कई बार बीच रास्ते में बस खराब होने पर पूरा दिन ब...
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