हरदोई, फरवरी 18 -- हरदोई। डॉक्टर धरती के भगवान हैं तो फार्मासिस्ट भी उनके दूत से कम नहीं हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर जिला अस्पताल तक में फार्मासिस्ट मरीजों की सेवा में जुटे रहते हैं, इन्हें विभाग की रीढ़ भी कहा जाता है लेकिन काम के बोझ से रीढ़ झुकने लगी है। बढ़ती बीमारी के बीच इन पर काम का बेहद दबाव है। जिला अस्पताल के फार्मासिस्टों ने कहा, हमारी जिम्मेदारी बढ़ती जा रही है पर स्वीकृत पदों में बढ़ोतरी नहीं हो रही। एक फार्मासिस्ट दो से तीन लोगों का काम करने को मजबूर है। इन अव्यवस्थाओं के बीच काम करना काफी कठिन हो गया है। फार्मासिस्टों की कमी दूर करने के लिए आउटसोर्सिंग से भी पद भरे गए हैं। इसके बावजूद जरूरत के अनुसार न शहर में हैं और न सीएचसी-पीएचसी में। मेडिकल कॉलेज में 42 पदों के सापेक्ष 28 फार्मासिस्ट ही काम कर रहे हैं। इससे काम का...
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