हरदोई, अप्रैल 14 -- हरदोई। जिम्मेदारों की शह पर जनपद में बड़े पैमाने पर अवैध ईंट भट्ठों का संचालन हो रहा है। अवैध ईंट भट्ठा संचालकों को न तो जीएसटी देना पड़ता है, न ही रॉयल्टी का भुगतान करना होता है। ऐसे में वह कम दरों पर ईंट बेच देते हैं, जिसका खामियाजा ईंट भट्ठा संचालकों को उठाना पड़ता है। ईंट बनाने की लागत और सरकारी टैक्स जमा करने के बाद मुनाफा निकालना भी मुश्किल हो जाता है। आपके अपने अखबार 'हिन्दुस्तान से भट्ठा संचालकों ने बताया कि सरकारी कार्यों में ईंट की सप्लाई शुरू करने और अवैध ईंट भट्ठों का संचालन रोके जाने तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता है। अब जगह-जगह इंटरलॉकिंग का बढ़ता चलन भट्ठा उद्योग को गहरी चोट दे रहा है। इस पर रोक लगनी चाहिए। आज के दौर में ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन भी न होना सबसे बड़ी बाधा है। पकड़े जाने पर जुर्माना भ...