हरदोई, फरवरी 18 -- हरदोई। कहीं अस्थायी दुकानें हैं तो कहीं सड़कों के किनारे टाट-पट्टी बिछा कर सब्जी बेच रहे हैं। जिनके पास यह भी नहीं तो वो ठेले लेकर इधर-उधर घूमकर सब्जी बेचकर रोजी-रोटी चला रहे हैं। हम बात कर रहे हैं सब्जी विक्रेताओं की, ये भी कई दुश्वारियों के बीच जी रहे हैं। दिन होते ही सजने वाली सब्जी मंडिया शाम होते-होते उजड़ जाती हैं। गंदगी और अन्ना पशु भी इनकी बड़ी परेशानी हैं। शौचालय, मार्ग प्रकाश व्यवस्था न होने से इन्हें कारोबार रात से पहले ही समेटना पड़ता है। कलेक्ट्रेट से 250 मीटर की दूरी पर कैनाल रोड पर फुटकर सब्जी मंडी है। 200 से ज्यादा दुकानदार आते हैं। लखनऊ हाईवे किनारे थोक सब्जी मंडी है। इसमें 300 से ज्यादा दुकानदार आते हैं। सभी ने समस्याओं के समाधान की मांग की। हरदोई की 50 लाख की आबादी को रोज हरी और ताजी सब्जियां उपलब्ध करवान...
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