हरदोई, फरवरी 17 -- हरदोई। कहने को तो यह नवीन मंडी है पर समस्याओं के अलावा यहां कुछ नहीं मिलेगा। 14 साल पहले इसे बनाया तो बड़ी हसरतों के साथ था पर धीरे-धीरे व्यापारियों के अरमान धूमिल होते गए। पेयजल संकट, अन्ना जानवर, कीचड़, दुकानों की कमी, टूटा गेट-बाउंड्रीवाल जैसी समस्याएं हैं। 360 व्यापारी पंजीकृत पर दुकानें सिर्फ 90 हैं। अधिकांश खुले आसमान के नीचे टिन शेड में कारोबार कर रहे हैं। लखनऊ-हरदोई रोड पर स्थित नवीन फल मंडी आज समस्याओं का गढ़ बन गई है। कानपुर, लखनऊ समेत कई जिलों से यहां पर फलों की सप्लाई की जाती हैं। यहां से कस्बों के व्यापारी थोक व फुटकर में माल ले जाते हैं। कारोबार ठीक है पर आफतें भी कम नहीं। गर्मी और बारिश में फलों को बचाने के लिए पर्याप्त भंडारण सेंटर तक नहीं हैं। ट्रांसपोर्टेशन की हालत ऐसी है कि फल आपूर्ति के दौरान 20 फीसदी म...