हजारीबाग, फरवरी 15 -- हजारीबाग। हज़ारीबाग जिले में बंगाली समाज का इतिहास समृद्ध रहा है। यह ऐसा समाज है जो सामाजिक और राजनीतिक चेतना के साथ सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने में सदा आगे रहा है। मगर अभी इस समाज के सामने कई तरह की परेशानी आ गई है। हाल के दिनों में इस समाज को राजनीति में भागीदारी नहीं दी जा रही है। साथ ही साथ उनकी संपति भी लगातार हड़पने का प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर समाज के लोगों में काफी आक्रोश है। सभी का कहना है कि प्रशासन की ओर से उनके समाज को कोई मदद नहीं मिल रही है। इसी समाज की पहल से राष्ट्रीय पुनर्जागरण के लिए जहां एक ओर 1867 में संयुक्त हजारीबाग में ब्रह्म समाज की स्थापना की गयी। वहीं 1882 में केशव चंद्र सेन की ओर से केशव हॉल की स्थापना की गयी। हज़ारीबाग के बंगाली समाज ने सदियों से अपने ज्ञान, साहस और सामाजिक चेतना ...