हजारीबाग, फरवरी 26 -- हजारीबाग शहर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के समीप बसा मराठा कॉलोनी में लघु महाराष्ट्र की झलक मिलती है। इन तंग गलियों से अंदर के घरों के द्वार के पास मोटी-मोटी गठरियों की ढेर दिखने दिखती है। कॉलोनी के लोग स्टील के बर्तन के बदले पुराना कपड़ा लेते हैं। यहां 70 घर है और तीन सौ लोग रहते हैं। कॉलोनी के लोगों को पाइपलाइन से जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं की गई और एक भी सार्वजनिक शौचालय भी नहीं है। पेयजल के लिए आज भी कॉलोनी के लोग चापानल पर निर्भर हैं। हजारीबाग। हजारीबाग में मुख्य एसबीआई के बगल में 50 से अधिक साल मराठा लोग निवास कर रहे हैं। इस कॉलोनी के निवासियों के पास सबसे बड़ी समस्या पानी और शौचालय का है। उनके पास अपना कोई जमीन का टुकड़ा नहीं है। ये लोग खास महाल की जमीन पर रहते हैं। उमेश पवार कहते हैं हमारे दादा उन शुरुआती आठ परिवार ...
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