हजारीबाग, मई 21 -- आम लोगों के बीच होमगार्ड एक जाना-पहचाना नाम है। चौक-चौराहा, मेला, परीक्षा, चुनाव, आपदा और अन्य मौकों पर हर जगह ये दिखते हैं। वर्दी तो ये भी पहनते हैं, परंतु ये जिला पुलिस के समकक्ष नहीं हैं। हजारीबाग के गृह रक्षक सालभर काम चाहते हैं पर इन्हें मात्र चार महीने ही काम मिलता है। इसी चार महीने का वेतन भी मिलता है, और किसी भी तरह की कोई सुविधा या भत्ता नहीं दिया जाता। चार माह के वेतन से ही इन्हें अपना परिवार चलाना पड़ता है। बोले हजारीबग कार्यक्रम के दौरान होमगार्ड जवानों ने हिन्दुस्तान को अपनी पीड़ा बतायी। हजारीबाग । होमगार्ड बारंबार सरकार से गुहार और शिकायत कर चुके हैं कि हमें भी जिला पुलिस की तरह नियमित किया जाए, ताकि हम इस सेवा में एक बेहतर भविष्य देख सकें। इन्हें पीएफ भी नहीं मिलता है। ये बिहार की तर्ज पर पीएफ चाहते हैं। ...