हजारीबाग, नवम्बर 23 -- हजारीबाग के बीचों-बीच स्थित कभी स्वच्छ और जीवनदायी रहा धोबिया तालाब आज अपनी ही बदहाली में डूबता जा रहा है। जलकुंभी से पटा पानी, चारों ओर से गिरता घरेलू कचरा और निकासी व्यवस्था की अव्यवस्था-इन सबने इस ऐतिहासिक तालाब की सुंदरता और पारिस्थितिकी को गंभीर रूप से चोट पहुंचाई है। बदबू, गंदगी और जलभराव से त्रस्त आसपास के लोगों ने हिन्दुस्तान के बोले हजारीबाग कार्यक्रम में अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए साफ-सफाई और पुनर्जीवन की मांग की, ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो। हजारीबाग । धोबिया तालाब गंदे पानी और जलकुंभी से भरा हुआ है। यह तालाब चारों तरफ से आवासीय क्षेत्र से घिर चुका है। अपार्टमेंट, नए घर और लॉज बनने के कारण यहां दिनोदिन गंदगी बढ़ती जा रही है। घरों में बढ़ते वाशिंग मशीन के प्रयोग के कारण अब न कोई धोबी यहां कपड़ा धोता है ...