हजारीबाग, जून 4 -- हजारीबाग जिसे कभी हजार बागों का शहर कहा जाता था। आज गंभीर पर्यावरणीय संकट का सामना कर रहा है। हर साल 5 जून को मनाए जाने वाले विश्व पर्यावरण दिवस पर यह महत्वपूर्ण है कि हम हजारीबाग की बिगड़ती पर्यावरणीय स्थिति पर ध्यान दें। कभी अपनी हरियाली और स्वच्छ वातावरण के लिए जाना जाने वाला यह शहर अब तेजी से बढ़ते प्रदूषण, अंधाधुंध कटाई और जल संकट से जूझ रहा है। शहर के लोगों ने बोले हजारीबाग कार्यक्रम के दौरान अपनी चिंता साझा करते हुए लोगों को जागरूक होने की अपील की। हजारीबाग । 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस है और इस बार विश्व पर्यावरण दिवस प्लास्टिक से होने वाले प्रदूषण पर केंद्रित किया गया है। हजारीबाग में भी धड़ल्ले से प्लास्टिक का उपयोग हो रहा है। इससे प्रदूषण फैल रहा है। हजारीबाग की प्रमुख झील, जो कभी शहर का गौरव थी, अब यह भी प्र...