हजारीबाग, मार्च 20 -- हजारीबाग। हजारीबाग में लकड़ी के कारोबारियों के अच्छे दिन अब लद चुके हैं। यहां पूर्वी और पश्चिमी दोनों वन प्रमंडल के प्रशासनिक क्षेत्र में जिले के सभी कारोबारी आ जाते हैं। रांची-पटना रोड (एनएच-33) के पूर्व का हिस्सा पूर्वी वन प्रमंडल में आता है जबकि पश्चिमी का पश्चिमी वन प्रमंडल में। जिला मुख्यालय में स्थित आरा मशीन इस लिहाज से दोनों में पड़ता है। मालूम हो कि पहले लोग लकड़ी की कुर्सी टेबल, दरवाजा, चौखट बनवाते थे अब उसकी जगह प्लास्टिक, सीमेंट, संगमरमर, शीशा आ गया है जिससे हमारे कारोबार पर असर पड़ा है। अब लोग मार्बल टाइल्स का घर बना रहे हैं, इसलिए खास कर खिड़की में संगमरमर का ही चौखट दे रहे हैं और शीशा का पैनल के स्लाइड के साथ। इसमें किसी तरह का लकडी़ का कोई खपत नही। लकड़ी की तुलना में शीशा और संगमरमर का चमक-दमक बेहतर होता है...