हजारीबाग, जून 2 -- हजारीबाग। हजारीबाग अब सिर्फ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शैक्षणिक पहचान से नहीं, बल्कि नशे के बढ़ते नेटवर्क से भी पहचाना जाने लगा है। हर उम्र, हर तबके का कोई न कोई हिस्सा इस काले जाल में उलझता जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि अब यह समस्या केवल छुपे हुए अड्डों तक सीमित नहीं रही, बल्कि सार्वजनिक स्थलों और मुख्य मार्गों पर नशे के शिकार लोग देखे जा सकते हैं। पुलिस और प्रशासन खुद मानते हैं कि नशाखोरी ही अपराधों की जड़ है। चोरी, छिनतई, मारपीट और झगड़े - इन सभी घटनाओं में अधिकतर वही युवक लिप्त होते हैं जो नशा करते हैं। शहर के लॉजों में रह रहे छात्रों में नशे की लत इतनी बढ़ गई है कि कई अभिभावक बच्चों को शहर से बाहर भेजने लगे हैं। पिछले शुक्रवार को एसपी अंजनी अंजन ने स्वयं सिविल ड्रेस में निकल कर शहर में तलाशी अभियान चलाया। यह ...