हजारीबाग, जून 9 -- हजारीबाग । आजादी के बाद जिले में हजारों करोड़ों रुपए सिंचाई के नाम पर खर्च किए गए, लेकिन किसानों के खेत तक पानी नहीं पहुंच पाया। इसका खामियाजा तीन लाख से अधिक किसानों को भुगतना पड़ रहा है। वर्ष 1952 में गोंदा डैम का निर्माण 125 एकड़ क्षेत्र में हुआ था, लेकिन आज यह मात्र 30 से 35 एकड़ क्षेत्र में सिमट कर रह गया है। गोंदा डैम से पांच साल पूर्व 10 करोड़ रुपए खर्च कर पक्की नहर का निर्माण कराया गया, लेकिन नहर खेतों से ऊंचाई पर होने के कारण खेतों में पानी नहीं पहुंच पाता है। इसके कारण किसानों को खेती-किसानी के लिए जो सुविधा मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है। गोंदा डैम से पानी निकासी का पंप सेट पिछले पांच माह से बंद पड़ा है। जिले में दो लाख 68 हजार किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना से पंजीकृत हैं, जबकि अभी भी हजारों किसान...