हजारीबाग, अप्रैल 29 -- जिस मुहल्ले के चारों ओर जिलाधिकारी का निवास हो, पुलिस लाइन हो और जहां भूतपूर्व सांसद का आवास भी हो, वहां पानी के लिए हर सुबह संघर्ष हो रहा हो, यह सुनना जितना आश्चर्यजनक है उतना ही कष्टदायक भी। यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि हजारीबाग के नूरा मोहल्ले की सच्चाई है। गर्मी के मौसम में यहां के निवासियों के लिए दिन की शुरुआत पानी के संघर्ष से होती है। बोले हजारीबाग कार्यक्रम के दौरान नूरा मोहल्ले के लोगों ने हिन्दुस्तान से अपनी पीड़ा साझा करते हुए जलसंकट से निजात दिलाने की मांग की। हजारीबाग। नगर निगम का सप्लाई पानी आना भी किसी लॉटरी जीतने जैसा है। पानी नियमित नहीं आता, बल्कि दिन में एक-दो बार कुछ घंटों के लिए सप्लाई दी जाती है। जब पानी आता है, तो लोग बाल्टी-बर्तन लेकर लाइन में लगते हैं। जो उस समय उपलब्ध हो सके, वही जीवन की गाड़...