हजारीबाग, सितम्बर 15 -- हजारीबाग के पटना-रांची रोड पर बना जिला परिषद पार्क आज अपनी चमक खो रहा है। कभी बच्चों के खेलने और परिवारों के सुकून भरे पलों का ठिकाना रहने वाला यह पार्क अब बदहाली की तस्वीर पेश कर रहा है। न झूलों की हालत ठीक है, न बैठने के लिए ढंग की व्यवस्था। हालत यह है कि एंट्री टिकट और फूड कोर्ट से पैसा तो कमाया जाता है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर लोग ठगा महसूस करते हैं। हिन्दुस्तान के बोले हजारीबाग कार्यक्रम में लोगों ने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की और जल्द स्थिति को सुधारने की गुहार लगाई। हजारीबाग । हजारीबाग को यहां स्थित हजारों बाग के कारण इसका नामकरण किया गया था। लेकिन धीरे-धीरे बागों का अस्तित्व हजारीबाग से मिटता चला गया और पार्कों का शहर हजारीबाग बन गया। हजारीबाग में जिला परिषद पार्क जो पहले अंग्रेज अधिकारी मेजर सिम्पसन के ना...