हजारीबाग, मार्च 24 -- हजारीबाग। शिक्षण, पत्रकारिता, चिकित्सा, बैंकिंग के साथ न्यायिक सेवा से जुड़कर कार्य करना भी महिलाओं का पसंदीदा क्षेत्र बनता जा रहा है। परिणामस्वरूप न्यायिक सेवा में भी महिलाओं की बढ़ती भागीदारी से इंकार नहीं किया जा सकता है। झारखंड के पुराने जिलों में से एक हजारीबाग में महिला अधिवक्ताओं की संख्या वर्तमान में 100 के करीब पहुंच गई है। प्रत्येक कोर्ट कार्य दिवस में महिला अधिवक्ता की भागीदारी रहती है। वे कचहरी आकर पीड़ितों को न्याय दिलाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। हालांकि हजारीबाग बार संघ में पुरुष अधिवक्ताओं की तुलना में इनकी संख्या काफी कम है। हजारीबाग। वैसे कहने को तो महिला अधिवक्ताओं के लिए बार संघ परिसर और कचहरी परिसर में वॉशरूम का निर्माण कराया गया है। किंतु उसकी साफ-सफाई का समुचित प्रबंध नहीं होने और पर्या...